What is Federation and Confederation? Differences in both.
Hello दोस्तों ज्ञानोदय में आपका एक बार फिर स्वागत है और आज हम बात करते हैं, राजनीति विज्ञान में संघ और परिसंघ के बारे में और साथ ही साथ जानेंगे इन दोनों के बीच में क्या अंतर होता है । परिसंघ को राज्यमंडल के नाम से भी जाना जाता है ।
संघ क्या है ? (What is Federation)
संघवाद एक ऐसी शासन व्यवस्था है, जिसमें संविधान के द्वारा केंद्र और राज्य के बीच शक्तियों का बंटवारा किया जाता है । संघवाद दो प्रकार का होता है । पहला एकीकरण और दूसरा प्रकथथिकरण । जब कई सारे छोटे छोटे राज्य अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए किसी एक समझौते के आधार पर एक संघ बना लेते हैं । जिसमें एक सरकार के अधीन कानून का पालन किया जाता है ।
साधारण भाषा में कहा जाए तो जब छोटे छोटे राज्य किसी संधि या समझौते के द्वारा जब एक समूह बनाते हैं । तो वह संघ यानी फेडरेशन कहलाता है । यह बहुत बड़े स्तर पर होता है । इसमें शक्ति विभाजन, दोहरी नागरिकता, संविधान की सर्वोच्चता, लिखित व कठोर संविधान, न्यायपालिका की सर्वोच्चता आदि का ध्यान रखा जाता है ।
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परिसंघ/राज्यमंडल क्या है ? (What is Confederation)
कुछ प्रभुता संपन्न राज्य मिलकर एक ऐसी राजनैतिक व्यवस्था बनाते है, जिसमें दो या अधिक राष्ट्र जो पूर्ण रूप से स्वतन्त्र हो और वह किसी समझौता के अनुसार विश्व के अन्य देशों के साथ एक राष्ट्र के रूप में व्यवहार करें, तो वह परिसंघ कहलाते हैं । संघ की तुलना में राज्यमंडल के सदस्यों को अधिक स्वतंत्रता होती है । परिसंघ में राज्यों के द्वारा कुछ विशेष उद्देश्य से समझौते के आधार पर निर्मित समूह संघ या महासंघ कहलाता है । जिसमें राज्यों की संप्रभुता पर कोई प्रभाव नहीं होता ।
आइए हम जानते हैं संघ और परिसंघ में अंतर के बारे में ।
1 परिसंघ में शामिल राज्य के संप्रभुता पर कोई असर नहीं होता । जबकि संघ में शामिल राज्य के संप्रभुता पर केंद्रीय सरकार का अधिपत्य होता है । जो उसे स्वीकार करना पड़ता है ।
2 परिसंघ या राज्यमंडल में किसी आपसी समझौतों के आधार पर किसी नए राज्य का निर्माण नहीं किया जा सकता । जबकि संघ में कई राज्यों को सम्मिलित कर के नए राज्य का निर्माण भी आसानी से किया जा सकता है ।
3 संघ में केवल एक प्रभुसत्ता ही होती है, जो केंद्र द्वारा संचालित की जाती है । जबकि परिसंघ में अनेक रूप सकता हो सकती हैं ।
4 संघ में दोहरी नागरिकता की अवधारणा हो सकती है । परंतु परिसंघ में केवल अपने राज्य के नागरिक की अवधारणा होती है ।
5 संघ में एक संविधान होता है, जिसके द्वारा संघ का निर्माण होता है । शक्ति का विभाजन होता है और दूसरे कार्य संविधान के द्वारा ही किए जाते हैं । परंतु परिसंघ में प्रत्येक राज्य का अलग अलग संविधान हो सकता है और उनके कार्य विभाजन और शक्ति विभाजन भी अलग-अलग संविधान के अनुसार होते हैं ।
6 परिसंघ या राज्यमंडल में राज्यों या राष्ट्रों की अपनी एक अंतरराष्ट्रीय रूप में पहचान होती है । परंतु संघ में शामिल राज्य की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई स्थिति नहीं होती ।
7 परिसंघ एक अस्थाई संगठन है, जिसको कभी भी तोड़ा जा सकता है । जबकि संघ राज्यों का अपेक्षाकृत एक स्थाई संगठन है ।
8 परिसंघ में राज्य में अगर युद्ध होता है, तो वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होता है । परंतु संघ में राज्यों का जो युद्ध होता है । वह गृह युद्ध होता है । उसका स्तर बहुत छोटा होता है ।
तो दोस्तों यह था संघ और परिसंघ के बारे में । संघ का स्तर परिसंघ की अपेक्षा सीमित होता है । परिसंघ में इसके सदस्यों को अधिक स्वतंत्रता होती है, इसमें ज़्यादा लचीलापन होता है । दोनों ही संघ और राज्यमंडल किसी समझौते के अनुसार अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए बनाए जाते हैं ।
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