What is Administration and Public Administration
अर्थ, प्रकृति तथा विशेषताएं
Hello दोस्तो ज्ञानउदय में आपका एक बार फिर स्वागत है और आज हम बात करते हैं, राजनीति विज्ञान में प्रशासन (Administration) और लोक प्रशासन (Public Administration) के बारे में । इस Post में हम जानेंगे प्रशासन और लोक प्रशासन का अर्थ, इनकी परिभाषाएं, प्रकृति और इसके क्षेत्र के बारे में । तो चलिए शुरू करते हैं जानना आसान भाषा में ।
प्रशासन क्या होता है ? What is Administration ?
प्रशासन का अभिप्राय एक व्यक्ति द्वारा दूसरे के हित की दृष्टि से उसकी सेवा का कोई कार्य करना माना जाता है ।
आज के समय में प्रशासन का रूप काफी विस्तृत हो चुका है । लोक प्रशासन एक महत्वपूर्ण अध्ययन के विषय के रूप में उभरा है । लोक प्रशासन, प्रशासन का वह भाग माना जाता है, जो एक विशिष्ट राजनीतिक व्यवस्था के अंतर्गत कार्य करता है ।
प्रशासन को अंग्रेजी भाषा में एडमिनिस्ट्रेशन (Administration) कहते हैं । जो लैटिन के दो शब्द ad और ministere से बना है । जिसका साधारण भाषा में मतलब होता है, लोगों की देखभाल करना या उनकी सेवा करना । अर्थात कार्यों का प्रबंध करना ही प्रशासन (Administration) कहलाता है । प्रशासन मूल रूप से संस्कृत भाषा का शब्द है, जिसका मतलब होता है । उत्कृष्ट रीति या तरीके से शासन करना ।
राष्ट्रपति की शक्तियों और निर्वाचन प्रणाली के बारे में जानने के लिए यहाँ Click करें ।
“कार्यकलापों का ऐसा वर्ग, जिसमें वांछित लक्ष्यों या उद्देश्यों को प्राप्त करने का प्रायोजन के लिए समन्वय और सहयोग अंतर्निहित है ।”
हालांकि प्रशासन का अर्थ अत्यंत व्यापक है । जिसमें मुख्य रुप से सामाजिक विज्ञान की शाखा मंत्रिमंडल या सरकार के पर्यायवाची रूप प्रक्रिया के रूप में लोक नीतियां क्रियात्मक कार्यवाही और सभी तरह के प्रबंध के रूपों को शामिल किया जाता है ।
प्रशासन एक सुनिश्चित उद्देश्य की पूर्ति के लिए व्यक्तियों द्वारा परस्पर सहयोग से की जाने वाली के क्रिया है । प्रशासन में उत्कृष्ट तरीके से शासन का मतलब होता है एक अनुशासन के अंतर्गत व्यक्तियों द्वारा विशेष उद्देश्य की पूर्ति के लिए सहयोग और संगठित ढंग से किया जाने वाला कार्य है ।
प्रशासन की परिभाषाएं
आइए अब जानते हैं, कुछ महत्वपूर्ण विचारको द्वारा प्रशासन के बारे में क्या कहते हैं ? प्रशासन के विषय में कई विचारको ने अपने विचार दिए हैं जो कि निम्नलिखित हैं ।
राष्ट्रपति की आपातकालीन शक्तियों के लिए यहाँ Click करें ।
साइमन के अनुसार
“प्रशासन उन समस्त क्रियाओं को कहा जाता है जो सामान्य लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सहयोगात्मक रूप में की जाती हैं ।”
फिफ्नर के अनुसार
“मनुष्य तथा भौतिक संसाधनों का नियंत्रण ही प्रशासन है ।”
नीग्रो के अनुसार
“प्रशासन लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मनुष्य तथा सामग्री दोनों का संगठन है ।”
व्हाइट के अनुसार
“प्रशासन किसी विशिष्ट उद्देश्य की प्राप्ति के लिए व्यक्तियों के निर्देश, नियंत्रण तथा समन्वयिकरण की कला है ।”
लूथर गुलिक के अनुसार
“प्रशासन का संबंध कार्यों को संपन्न कराने से है, जिससे निर्धारित लक्ष्य पूरे हो सके ।”
लोक प्रशासन का अर्थ । Public Administration
आइए अब जानते हैं, लोक प्रशासन के बारे में । लोक प्रशासन को प्रशासन का महत्वपूर्ण को भाग माना जाता है । यह दो शब्दों से मिलकर बना है, लोक और प्रशासन जिसका अर्थ होता है, सार्वजनिक यानी सारी जनता के हितों से संबंधित सरकारी प्रशासन ।
लोकतंत्र महत्वपूर्ण के स्तम्भ के बारे में पढ़ने के लिए यहाँ Click करें ।
इस प्रकार लोक प्रशासन का विषय इसे सरकार या सत्ताधारी के कार्य तक सीमित कर देता है ।
“लोक प्रशासन से अभिप्राय जनहित में किए गए उन समस्त किर्या कलापों से हैं, जो प्रशासकीय अधिकारियों द्वारा नियंत्रण, निर्देशन तथा प्रबंधन के रूप में किए जाते हैं ।”
लोक प्रशासन के कार्य
लोक प्रशासन के कार्यों में देश की सुरक्षा, शांति तथा व्यवस्था से लेकर वर्तमान लोक हितकारी राज्य के द्वारा किए गये समस्त लोकहित के कार्य प्रशासन से संबंधित हैं । प्रारंभ से लेकर आज तक के मानव जीवन को व्यवस्थित रुप से संचालित करने के लिए किसी न किसी प्रकार की व्यवस्था तथा नियंत्रण की आवश्यकता रही है ।
वर्तमान में लोक कल्याणकारी राज्य की संकल्पना के बाद लोक प्रशासन का महत्व तथा कार्य से तो बहुत व्यापक हो गया है । इसलिए इसका एक अलग अनुशासन या अध्यन के विषय के रूप में भी महत्व बढ़ गया है ।
न्यायिक सक्रियता पढ़ने के लिए यहाँ Click करें ।
लोक प्रशासन का सार्वजनिक पहलू इसे विशेष स्वरूप प्रदान करता है और एक प्रकार से लोक प्रशासन का अभिप्राय सरकारी प्रशासन से है । जिसमें सार्वजनिक अधिकारी तंत्र की महत्वपूर्ण भूमिका होती है ।
लोक प्रशासन की परिभाषा
आइए अब जानते हैं, लोक प्रशासन की विशेषताओं परिभाषा के बारे में । कई सारे विद्वानों द्वारा लोक प्रशासन की परिभाषाएं व्यापक और संकुचित दोनों अर्थों में बताई गई हैं । व्यापक रुप में लोक प्रशासन का क्षेत्र संबंध सरकार के तीनों अंग व्यवस्थापिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका से है और इनके द्वारा किये जाने वाले कार्यों से है । संकुचित अर्थ में इसका प्रयोग केवल कार्यपालिका द्वारा किये गए कार्यों के संबंध में किया जाता है ।
लोकतंत्र क्या है ? (Introduction of Democracy) जानने के लिए यहां Click करें ।
अगर हम बात करें संकुचित अर्थ में लोक प्रशासन की परिभाषा के बारे में, तो निम्न विचारको ने लोक प्रशासन के बारे में अपने विचार किए हैं, जैसे लूथर गुलिक के अनुसार
“लोक प्रशासन प्रशासकीय विज्ञान का वह भाग है, जो सरकार के कार्यों से संबंधित है । इसका संबंध कार्यपालिका शाखा से है, जो सरकार के कार्य को क्रियान्वित करती है । यद्यपि प्रशासन से संबंधित समस्याएं व्यवस्थापिका तथा न्यायपालिका से भी संबंधित होती हैं ।”
साइमन के अनुसार
“सामान्य प्रयोग के लोक प्रशासन का अभिप्राय उन क्रियाओं से है, जो केंद्र, राज्य अथवा स्थानीय सरकारों द्वारा की जाती है ।”
ग्लेडेन के अनुसार
“लोक प्रशासन का वास्तविक क्षेत्र सरकार के प्रशासनिक क्षेत्र में पाया जाता है, जो सार्वजनिक मामलों के प्रबंध के प्रति उत्तरदायी होती है ।”
इस प्रकार से ये विचारक लोक प्रशासन के संकुचित अर्थ और दृष्टिकोण का समर्थन करते हैं । जिसके अनुसार सरकार के केवल कार्यकारी दायित्वों से ही लोक प्रशासन संबंधित है ।
लोकतंत्र के महत्वपूर्ण स्तम्भ- कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका एक दृष्टि में
आइए अब जानते हैं, व्यापक अर्थ में लोक प्रशासन का मतलब क्या होता है ? इसी प्रकार अनेक विचारको द्वारा व्यापक अर्थ में लोक प्रशासन के बारे में क्या कहा है ?
एल. डी. व्हाइट
“लोक प्रशासन में वह सभी कार्य सम्मिलित किए जाते हैं जिनका उद्देश्य लोक नीतियों का कार्यान्वन करना है ।”
फिफ्नर के अनुसार
“लोक प्रशासन का अर्थ है, सरकार का काम करना । चाहे वह एक स्वास्थ्य प्रयोगशाला में एक्स रे मशीन को संचालित करना हो या फिर टकसाल में सिक्के ढालने का कार्य हो ।”
नीग्रो के अनुसार
“लोक प्रशासन का संबंध सरकार के तीनों शाखाओं विधायिका, न्यायपालिका और कार्यपालिका तथा इसकी पारस्परिक संबंध था से है ।”
अगर विशेष अर्थ में लोक प्रशासन के संबंध में बात की जाए तो वुड्रो विल्सन ने निम्न प्रकार से लोक प्रशासन का संबंध बताया है ।
“लोक प्रशासन का संबंध कानून प्रशासनिक विधि के क्रमबद्ध रूप से क्रियान्वित करने से है ।”
इस प्रकार स्पष्ट है कि वर्तमान में राज्य के कार्य और व्यापक उद्देश्यों के दृष्टिकोण से इसके अर्थ व परिभाषा में भी बताता है तथा इसकी निश्चित परिभाषा कहना कठिन है ।
राजनीति सिद्धांत-एक परिचय (An introduction of Political Theory)
निष्कर्ष के तौर पर और परीभाषाओं के आधार पर लोक प्रशासन सार्वजनिक व्यवस्था में, सहयोगात्मक सामूहिक प्रयास में इसमें सरकार की तीनों शाखाएं शामिल है । लेकिन इसके प्रति केवल कार्यपालिका की शाखा में केंद्रित होने की होती है ।
लोक नीति की रचना और क्रियावन के रूप में राजनीतिक प्रक्रिया का भाग है । यह निजी प्रशासन से अलग माना जाता है । इसमें समाज की सेवा के क्रम में अनेक प्रकार के समूहों व संगठनों से घनिष्ट संबंध है ।
तो दोस्तो यह था लोक प्रशासन और प्रशासन के बारे में । साथ ही साथ हमनें जाना इसके अर्थ, परिभाषा और विशेषताओं के बारे में । अगर आपको यह Post अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ जरूर Share करें । तब तक के लिए धन्यवाद !!
Pingback: शक्ति का पृथकीकरण सिद्धांत – Gyaan Uday