Karl Marx as a Utopian/ Scientific Socialism
Hello दोस्तों ज्ञानउदय में आपका एक बार फिर स्वागत है और आज हम बात करते हैं, राजनीति विज्ञान में कॉल मार्क्स के वैज्ञानिक समाजवाद के बारे में । (Karl Marx as a Utopian/ Scientific Socialism in Hindi)
मार्क्स ने राजनीति को आर्थिक और भौतिक दोनों ही संदर्भों में स्पष्ट किया है । हालाँकि मार्क्स को वैज्ञानिक समाजवाद का निर्माता कहा जाता है, लेकिन मार्क्स ने कभी भी वैज्ञानिक समाजवाद शब्द का प्रयोग नहीं किया ।
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मार्क्स के विषय में कभी-कभी यह भी कहा जाता है कि वह कोई मौलिक विचारक नहीं था । क्योंकि उसके द्वारा दिये गए प्रत्येक विचार पहले से ही कोई ना कोई दे चुका था । फिर भी यह सत्य है कि उसने अपने ज्ञान को अलग अलग जगह से इकट्ठा किया । जिसका इस्तेमाल करके मार्क्स ने बहुत कुछ अपने विचारों के अनुसार किया है ।
अनेक विचारकों ने मार्क्स के महत्व को जाना है । मार्क्स का महत्व उसके विचारों की मौलिकता में नहीं बल्कि इस बात में है कि उसने उन्हें मिलाकर किस तरह से एक संपूर्ण व्यवहारिक विचारधारा और एक क्रांतिकारी दर्शन बना दिया । उसने समाजवाद को एक धर्म, दर्शन, विचार और एक शक्ति बना दिया ।
लास्की के अनुसार–
“किसी भी पहलू से देखा जाए तो मार्च का चिंतन सामाजिक दर्शन के इतिहास में एक युग है ।”
इस प्रकार मार्क्स के सहयोगी फ्रेडरिक एंगेल्स ने मार्क्स द्वारा प्रतिपादित सामाजिक आर्थिक राजनीतिक सिद्धांत को सबसे पहले वैज्ञानिक समाजवाद का नाम दिया था ।
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हालाँकि मार्क्स सामाजिक आर्थिक व्यवस्था में परिवर्तन की बात करने वाला प्रथम विचारक नहीं था । यद्यपि मार्क्स ने समाजवादी विचारधारा का प्रतिपादन भी किया । इनमें मुख्य रूप से सेंट साइमन, चार्ल्स फोरियर तथा रॉबर्ट ओवन तथा विलियम थॉमसन प्रमुख थे । इसके पूर्व भी अनेक ब्रिटिश वह फ्रेंच विचारक हुए हैं । जिनके द्वारा समाजवादी विचार व्यक्त किए गए थे ।
इन सभी विचारकों ने पूंजीवादी व्यवस्था में विद्यमान धन की विषमता, स्वतंत्र प्रतियोगिता और आर्थिक क्षेत्र में राज्य के अहस्तक्षेप के नीति की कटु आलोचना की थी तथा एक न्यायोचित सामाजिक व्यवस्था के स्थापना का विचार दिया था । ताकि व्यक्तिगत संघर्ष व अव्यवस्था समाप्त हो । यह विचारक समाज में आर्थिक विषमता के स्थान पर समाज में धन के न्यायोचित वितरण पर बल देते थे ।
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इन विचारकों की पुरानी व्यवस्था के स्थान पर नई व्यवस्था स्थापित करने की कोई स्पष्ट विचार या योजना भी नहीं था और ना ही उन्होंने किसी कारण यह प्रभाव का स्पष्ट विश्लेषण किया । लेकिन उन्होंने उन कारणों पर कभी प्रकाश नहीं डाला और ना ही यह बताया कि यह विषमता क्यों उत्पन्न होती है और उसका उत्पादन की विधियों से क्या संबंध है ।
वेपर के अनुसार–
“उन्होंने सुंदर गुलाब के फूलों की कल्पना तो की परंतु गुलाब के पौधों के लिए कोई धरती तैयार नहीं की ।”
इसी कारण मार्क्स के पूर्व के समाजवादियों को स्वप्नलोकिय Utopian या कल्पना दर्शी समाजवादी कहा जाता है ।
मार्क्स ने उनकी विफलता से शिक्षा ग्रहण की तथा इतिहास के विश्लेषण से अपना विचार रखा की पुरानी व्यवस्था ज्ञान शोषण आधारित समाज का जन्म किस प्रकार हुआ था तथा इस व्यवस्था को किस प्रकार समाप्त या परिवर्तित किया जा सकता है ।
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मार्क्स ने लिखा है कि अभी तक सभी दार्शनिक जगत का विश्लेषण करने में लगे रहे परंतु दार्शनिकों का मुख्य कार्य जगत का विश्लेषण करना नहीं था बल्कि उसे बदलना है । इसी कारण वह प्रारंभिक समाजवादियों जैसे कि साइमन, फोरियर और ओवन आदि के विचार की निंदा करता है ।
मार्क्स द्वारा प्रतिपादित समाजवाद एक काल्पनिक विचारधारा मात्र ना होकर विधिवत रूप से प्रतिपादन एक व्यवहारिक दर्शन है । जिसमें उसने विषमता और असमानता के कारणों को ही नहीं खोजा बल्कि उसके निवारण की योजना भी प्रस्तुत किया ।
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लंकास्टरकेअनुसार मार्क्सवाद दो कारणों से वैज्ञानिक समाजवाद हैं ।
1) यह वास्तविकता पर आधारित है ना की कल्पना पर
2) इसकी पुरानी व्यवस्था को समझने की प्रणाली भी वैज्ञानिक है तथा यह नई व्यवस्था के लिए भी वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाता है ।
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मार्क्स का दर्शन इतिहास के व्यापक और गहन अध्ययन पर आधारित है । इसे समझने के लिए उसने हीगल की धर्म दृन्दनात्मक पद्धति को अपनाया है तथा माना की ऐतिहासिक घटनाओं पर आर्थिक परिस्थितियों का गहरा प्रभाव पड़ता है ।
मार्क्स ने ऐतिहासिक इतिहास के आधार पर आधुनिक समाज का बहुत ही स्पष्ट और आलोचनात्मक अध्ययन किया तथा पूंजीवाद के दोषों का वर्णन करने के साथ-साथ पूंजीवाद का अंत और समानता पर आधारित वर्ग विहीन समाज की स्थापना के लिए विधिवत कार्य योजना तथा प्रक्रिया का भी निरीक्षण किया । समाजवाद को उसने भावुकता और कल्पनिकता से निकालकर वास्तविक और वैज्ञानिक रूप दिया ।
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तो दोस्तों ये था मार्क्स का वैज्ञानिक समाजवादी विचारधारा । अगर post अच्छी लगी तो अपने दोस्तो के साथ ज़रूर Share करें । तब तक के लिए धन्यवाद !!