लोक प्रशासन अथवा निजी प्रशासन में समानता व अंतर

Similarities and difference in Public and Private Administration

Hello दोस्तों ज्ञान उदय आपका एक बार फिर स्वागत है, और आज हम बात करते हैं, राजनीति विज्ञान के अंतर्गत लोक प्रशासन व निजी प्रशासन में समानता व अंतर के बारे में । (Similarities and Differences in Public and Private Administration in Hindi). दोस्तों यह Post स्नातक व परास्नातक स्तर के विद्यार्थियों के साथ सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है । तो आइए शुरू करते हैं, लोक प्रशासन व निजी प्रशासन समानताएं व प्रमुख अंतर के बारे में ।

प्रशासन का परिचय

दोस्तों प्रशासन को सामान्य रूप से दो भागों में बांटा जाता है । प्रशासन जो है यानी Administration इसको सामान्य तौर पर दो भागों में बांटा जा सकता है, लोक प्रशासन और निजी प्रशासन यानी Public Administration and Private Administration पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन क्या है ? तो सार्वजनिक हित को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा किए जाने वाले प्रशासकीय कार्य, लोक प्रशासन के अंतर्गत आते हैं । लोक प्रशासन और निजी प्रशासन यह सामान्य प्रशासन के दो भाग हैं । सार्वजनिक हित को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा किए जाने वाले प्रशासकीय कार्य लोक प्रशासन के अंतर्गत आते हैं, जबकि व्यक्तिगत या निजी लाभ को ध्यान में रखकर किसी गैर सरकारी संस्था द्वारा किए जाने वाले कार्य निजी प्रशासन के अंतर्गत शामिल होते हैं ।

लोक प्रशासन प्रकृति कला या विज्ञानं पढ़ने के लिए यहाँ Click करें |

तो दोस्तों आपने सामान्य अंतर जान लिया, लोक प्रशासन और निजी प्रशासन के बीच । लोक प्रशासन सार्वजनिक हित को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा किए जाने वाले कार्य हैं, जबकि निजी प्रशासन व्यक्तिगत या निजी हित को ध्यान में रखकर किसी गैर सरकारी संस्था द्वारा किए जाने वाले कार्य हैं ।

एक व्यवसायी के औद्योगिक संगठन अपने व्यवसायकिय औद्योगिक कार्यों के संचालन के लिए अपनी प्रबंध की व्यवस्था रहती हैं, जिनमें अनेक श्रेणियों के कर्मचारी अपने कार्यों का संपादन करते हैं । यह निजी प्रशासन होता है । जो सार्वजनिक हित के उद्देश्य से नहीं बल्कि व्यक्तिगत या निजी लाभ के दृष्टिकोण से संचालित होता है । तो आपने जान लिया लोक प्रशासन क्या है ? निजी प्रशासन क्या होता है ?

लोक व निजी प्रशासन के विषय में मत

लोक प्रशासन और निजी प्रशासन के संबंध में दो दृष्टिकोण प्रचलित हैं । एक दृष्टिकोण मानता है कि लोक प्रशासन और निजी प्रशासन में कोई अंतर नहीं है और दूसरा दृष्टिकोण यह मानता है कि इन दोनों में पर्याप्त अंतर होता है । अनेक विचारक लोक प्रशासन और निजी प्रशासन में कोई भेद नहीं मानते हैं । कई विचारक ऐसे हैं जो, लोक प्रशासन यानी पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन एंड प्राइवेट एडमिनिस्ट्रेशन में कोई अंतर या भिन्नता नहीं मानते हैं । क्योंकि दोनों को तौर तरीके और पद्धतियों में पर्याप्त समानताएं होती हैं । दोनों के तौर तरीके और पद्धतियां एक दूसरे को प्रभावित भी करते रहे हैं ।

लोक प्रशासन के क्षेत्र के बारे में पढ़ने के लिए यहाँ Click करें |

अनेक विचारक जैसे हेनरी फयोल, मेरी पारकर फॉमेट तथा उर्विक कई विचारक है, जो वह लोक प्रशासन और निजी प्रशासन में कोई अंतर नहीं मानते । क्योंकि उनके अनुसार प्रशासन के जो मूल तत्व होते हैं, वह एक ही होते हैं । चाहे वह निजी प्रशासन हो या व्यक्तिगत प्रशासन ।

लोक प्रशासन तथा निजी प्रशासन में समानताएं

आइए अब बात करते हैं, निजी तथा लोक प्रशासन में समानताओं के बारे में । लोक प्रशासन तथा निजी प्रशासन में बहुत सारी बातें समान पाई जाती हैं । यह सामान्य उनको निम्न आधार पर एक ही बनाती हैं ।

1 संगठन की आवश्यकता में समानता

2 कार्य प्रणाली में समानता

3 निर्देशन, निरीक्षण तथा नियंत्रण में समानता

4 अधिकारियों के समान उत्तरदायित्व

5 जनसंपर्क में समानता

6 शोध व अन्वेषण में समानता

7 नियोजन यानी Planning में समानता

8 समन्वय यानी Co-ordination में भी समानता

अगर बात की जाए वर्तमान परिस्थितियों के बारे में तो लोक प्रशासन तथा व्यवसायकिय, वाणिज्य, प्रशासन के कारण दोनों में अंतरसंबंध तथा परस्पर क्रियाएं होती हैं ।

कार्यालय में प्रबंध, आर्थिक तथा औद्योगिक संस्थाओं के क्षेत्र में लोक प्रशासन तथा निजी प्रशासन में काफी हद तक समानताएं मिलती हैं ।

प्रशासन और लोक प्रशासन में अंतर : पढ़ने के लिए यहाँ Click करें |

इस तरह से संगठन तथा प्रबंधन संबंधी अनेक तकनीकों तथा पद्धतियों में समानता के कारण निजी तथा लोक प्रशासन में कोई स्पष्ट विभाजक रेखा नहीं खींची जा सकती है ।

निजी तथा लोक प्रशासन में मुख्य अंतर

आइए अब लोक प्रशासन तथा निजी प्रशासन में मुख्य अंतरों के बारे में जान लेते हैं । कुछ सामानतो के होते हुए भी लोक प्रशासन तथा निजी प्रशासन में कुछ सामानताओं के होते हुए भी लोक प्रशासन तथा निजी प्रशासन में अनेक विभिन्नताऐं पाई जाती हैं । इन अंतरों को निम्न तथ्यों द्वारा स्पष्ट रूप से समझा जा सकता है ।

1 उद्देश्य के आधार पर अंतर

2 लाभ के तत्व के आधार पर अंतर

3 जनता के प्रति उत्तरदायित्व में अंतर

4 सेवा व सहयोग की भावना में अंतर

5 राजनीतिक प्रभाव में अंतर

6 आचार संहिताओं में विभिन्नता

7 नौकरशाही तथा लालफीताशाही में अंतर

8 क्षेत्र विस्तार की दृष्टि से अंतर

9 नियमानुसार कार्य में अंतर

10 व्यवहार की एकरूपता में अंतर

11 वित्तीय या बजट संबंधी अंतर

12 परिवेश में राज्य के प्रकार का प्रभाव आधी

विदेश निति के निर्णयन सिद्धांत को पढ़ने के लिए यहाँ Click करें |

इन मुख्य आधारों पर लोक प्रशासन और निजी प्रशासन में पर्याप्त अंतर पाया जाता है । निष्कर्ष के रूप में कहा जाए तो लोक प्रशासन और निजी प्रशासन में पर्याप्त संबंध होते हुए भी, उनमें अंतर केवल मात्रा का ही है । नियोजन, संगठन, निर्देशन, समन्वय तथा नियंत्रण आदि के सिद्धांतों में समानता होने के बावजूद इन दोनों के उद्देश्य, क्षेत्र, उत्तरदायित्व तथा जनहित के आधार में काफी अंतर है ।

तो दोस्तों इस Post में हमने जाना निजी प्रशासन तथा लोक प्रशासन में समानताओं व अंतरों के बारे में । (Similarities and difference in Public and Private Administration) अगर आपको यह Post अच्छी लगी है तो, अपने दोस्तों के साथ जरुर Share करें । तब तक के लिए धन्यवाद !!

This Post Has One Comment

Leave a Reply